एक्टर, निर्देशक और स्क्रीन राइटर स्वर्गीय नाज़िर हुसैन ने, राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद से मिलकर और उनसे राय-परामर्श के बाद पहली भोजपुरी फिल्म "गंगा मैया तो हे पियरी चढ़ईबो " का निर्माण शुरू किया था जिसके निर्माता थे विश्वनाथ शहाबादी। फिल्म 1962 में बनना शुरू हुई थी और 1963 में रिलीज हुई थी. उस के बाद एक से बढ़कर एक भोजपुरी फिल्मो का निर्माण किया गया। जिस फिल्मो का प्रभाव भोजपुरी जनमानस पर बहुत दिनों तक रहा और वो फिल्मे अभी तक याद की जाती है. समय बदलता गया, लोगो का सोच भी बदलते गया। बदलते समय के चलते फिल्मो में भी बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिलने लगा। इधर कुछ वर्षो से 50 से लेकर लगभग 60 फिल्मो का निर्माण हर साल होने लगा. 1962 से लेकर 2018 तक के सफर में भोजपुरी फिल्मो में बहुत बदलाव हुआ. कुछ लोगो का कहना है की भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री धीरे-धीरे परिपक्व हो रही है तो आलोचकों का कहना है की भोजपुरो फिल्मो का स्तर बहुत गिरा है. खैर जो भी हो मै उस विषय पे बात नहीं करने वाला हूँ. आइये देखते है 2018 में रिलीज भोजपुरी फिल्मो के नाम
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