संगीत कार्यक्रम और और महफिलों से मिली शोहरत तथा कामयाबी ने कभी साफटवेयर इंजीनियर का काम करने वाले विनय राय अपनी जादुई आवाज की कशिश से श्रोताओं के दिलों की धड़कन बन गये हैं और उनकी आवाज सुनते ही श्रोताओं के दिल से बस यही बात निकलती है जब छाये तेरा जादू कोई बच ना पाये।
मूल रूप से बिहार के नालंदा जिले के बिहारशरीफ शहर के रहने वाले विनय राय के पिता पश्चिम बंगाल के आसनसोल में कोल इंडिया में नौकरी किया करते हैं और इसी को देखते हुये वह अपने परिवार के साथ आसनसोल चले गये। आसनसोल में पढ़ाई के दौरान विनय राय की रूचि गींत-संगीत की ओर हो गयी। बचपन के दिनों में विनय राय आसनसोल के सांसकृतिक कार्यक्रम में भजन गाया करते थे।वर्ष 2013 में विनय राय ने कोलकाता में हुये एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिये जिसमें वह विजेता चुने गये।
विनय के पिता राम रतन राय अपने पुत्र को भी बड़े अधिकारी के तौर पर देखने की ख्वाहिश रखते थे । पिता की आज्ञा को सर आंखो पर लेते हुये विनय ने एमसीए का कोर्स किया और हैदराबाद में साफटवेयर इंजीनियर के तौर पर काम करने लगे। विनय के दिल में कुछ कर गुजरने की ख्वाहिश थी । वह संगीत की दुनिया में अपनी पहचान बनाना चाहते थे। इसी को देखते हुये विनय ने एक बार फिर से संगीत कार्यक्रम में हिस्सा लेना शुरू कर दिया । विनय की मेहनत रंग लायी वर्ष 2016 में विनय ने दूरदर्शन के शो टैलेंट ऑफ बिहार में हिस्सा लिया और वह टॉप 3 में शामिल हो गये।विनय इसका श्रेय दूरदर्शन और कार्यकम के आयोजक रंजीत कुमार को देते है जिन्होंने बिहार की पावन धरती पर इतने बड़े शो का आयोजन किया।
वर्ष 2017 में विनय राय को संगम कला ग्रुप :बिहार चैप्टर ‘ की ओर से दिल्ली में बिहार की ओर से प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला। कहते हैं अगर किसी चीज को दिल से चाहो, तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की साजिश में लग जाती हैं। विनय ने इस शो में हिस्सा लियाऔर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। शो में बतौर अतिथी शिरकत करने आये बॉलीवुड के सुप्रसिद्ध गायक सोनु निगम , विनय की आवाज सुनकर मंत्रमुग्ध हो गये और कहा बिहार में ऐसी प्रतिभा भी होती थी मालूम नही था। उन्होंने विनय को चीयरअप किया।
कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं। इस बात को साबित कर दिखाया है विनय राय ने। सिंगिंग रियलिटी शो राइजिंग स्टार के लिये चुने गये लेकिन विजेता बनने में सफल नही रहे। विनय आज बिहार,झारखंड और पश्चिम बंगाल में अपनी खास पहचान बना चुके हैं। विनय के सपने यूं ही पूरे नही हुये , यह उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम है। मुश्किलों से भाग जाना आसान होता है, हर पहलू ज़िन्दगी का इम्तेहान होता है। डरने वालो को मिलता नहीं कुछ ज़िन्दगी में, लड़ने वालो के कदमो में जहां होता है।” विनय राय की ख्वाहिश बॉलीवुड प्लेबैक सिंगर बनने की है। विनय राय बॉलीवुड के रॉकस्टार यानी रणबीर कपूर की आवाज बनना चाहते हैं। विनय ने बताया कि वह अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय अपनी मां संजना राय और पिता राम रतन राय देते हैं जिन्होंने उन्हें हमेशा सपोर्ट किया है। विनय अपने माता-पिता को देखते हुये भावुक हो गये और गुनगुनाते है “ जिंदगी हर कदम एक नयी जंग है जीत जायेंगे हम अगर आप संग हो , तुम साथ हो जब अपने दुनिया को दिखा देंगे , हम मौत को जीने का अंदाज सीखा देंगे
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