जानी अभिनेत्री अभिनेत्री-एंकर श्यामली श्रीवास्तव टीवी की दुनिया में खास पहचान बनाना चाहती है।
रंगमंच की दुनिया से भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बनाने वाली श्यामली श्रीवास्तव ने बताया कि बचपन के दिनों से ही उनका रूझान फिल्मों की ओर हो गया था। जब वह महज छह वर्ष की थी तभी से उनका रूझान इस ओर हो गया था ।उनके पिता सूरत शरण कुमार श्रीवास्तव और बड़ी बहनें शेफाली श्रीवास्तव और दीपाली श्रीवास्तव रंगमंच से जुड़ी हुयी थी । वर्ष 2000 में उन्हें राजधानी पटना में रवीन्द्र भवन में एक कार्यक्रम में नृत्य करने का अवसर मिला। जहां दर्शकों ने उनके नृत्य को काफी पसंद किया । उन्हें फिल्म में काम करने का प्रस्ताव भी मिला लेकिन पिता ने मना कर दिया।
श्यामली ने बताया कि वर्ष 2001 में उन्हें टीसीरीज के अलबम भइया के साली ओढ़निया वाली में सुपरस्टार पवन सिंह के साथ काम करने का अवसर मिला। अलबम सुपरहिट साबित हुआ और इसके बाद उन्होंने टीसीरीज के लिये 70 से अधिक अलबम में काम किया। श्यामली ने बताया कि वर्ष 2008 में में वह महुआ चैनल से जुड़ गयी और सातो वचन निभाना सजना , सजना वैरी भइल हमार , स से सरस्वती समेत कई शो में काम करने का अवसर मिला।
वर्ष 2003 में प्रदर्शित भोजपुरी फिल्म माइतोहरे खातिर से बतौर अभिनेत्री अपने करियर की शुरूआत करने वाली श्यामली ने अनिल पॉल निर्देशित सुपरहिट फिल्म दुल्हा फूंके चुल्हा समेत 30 से अधिक भोजपुरी फिल्मों में काम किया है ।श्यामली अब भोजपुरी फिल्मों में काम नही करना चाहती है।श्यामली ने कहा , भोजपुरी की अपनी भाषा और संस्कृति मिठास है और फिल्म इसी को ध्यान में रखकर बनायी जाती रही है लेकिन अब भोजपुरी सिनेमा पर बाजारवाद हावी हो गया है। फिल्मकार फिल्मों में अश्ललीलता परोस रहे हैं। मुझे इस तरह की फिल्मों में काम करना मंजूर नही। भोजपुरी बोली ख़ास कर इसकी मिठास बेहद पसंद है। श्यामली ने बताया कि जल्द ही अजय झा के निर्देशन में बनी फिल्म शादी कर के फंस गया यार प्रदर्शित होने वाली है।उन्होंने बताया कि प्रकाश जैस यूं तो कॉमेडी के लिये जाने जाते हैं लेकिन इस फिल्म में जिसमें उनके अभिनय का नया रूप दर्शकों को देखने को मिलेगा।
बिग गंगा के सुपरहिट शो भक्ति सागर को होस्ट कर चुकी श्यामली ने बताया कि वह अब टीवी पर अभिनय करना चाहती है।श्यामली का कहना है कि छोटा पर्दा तेजी से प्रगति कर रहा है और इसकी दर्शक संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। टीआरपी इसका प्रमाण है। श्यामली का मानना है कि नई प्रतिभाओं को लांच करने के लिए टीवी शानदार मंच है। टीवी आज यह सबसे बड़ा मीडियम बन चुका है। श्यामली ने बताया कि हाल ही में उन्हें उनके गृह जिले भोजपुर के आरा के रंगमंच का ब्रांड एम्बेस्डर बनाया गया है जिसे लेकर वह काफी गौरान्वित महसूस कर रही है।
0 टिप्पणियाँ: